सफर में दिल्ली कुछ देर रुकेंगे कुछ पुराने लोगों से मिलनेगे , दुकानदार से नोक-झोंक , रिक्शा से खिच - खिच करेंगे शहर देखेंगे, कुछ बढ़िया चीज़ें खाएंगे। हम यह सोच कुछ उत्साहित थे, जब दिल्ली आया तो सावधान हो गए पुराना अनुभव था लोग बेवक़ूफ़ बना सकते है, इस लिए New Delhi में metro से जाना निश्चित करे। Metro की लम्बी पंक्ति व प्रक्रिया, सब लोग चुप चाप खड़े, अपने में व्यस्त, रेल आने पर पंक्ति तोड़ी, हुई धक्का मुक्की व् seat की दौड़ , फिर सब हुए चुप अपने - अपने में रहे खोये- खोये । Train स्वयं पूरी जानकारी देती थी , रास्ता , स्टेशन कुछ पूछना ही ...
Sharing my thoughts and experiences here. If my articles can gift something useful or interesting to any reader, I shall be happy.